देखा तभी याद आई वो.....
अब जब तुझे
देखा तभी
याद आई वो
बीते जमाना
वो मीठी बातें,
वो हँसी-ठिठोली,
तेरे संग बिताया,
वो हर एक पल।
वो सपनों की बातें,
वो रातों की मुलाकातें,
वो चाँदनी रातें,
वो तारे गिनने का जुनून।
तू थी मेरी धड़कन,
तू थी मेरी जान,
अब कैसे जीऊँ,
बिन तेरे अंजान।
जी आर कवियूर
16 07 2024
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