Monday, July 15, 2024

कोई का ना पाए ( गजल )

कोई का ना पाए ( गजल )


यह कोई कहना पाए,
दिल में कितनी जगह,
रखी है तेरे लिए।

तेरी यादों की खुशबू,
रहती है मेरे पास,
सांसों में बसी है तेरे लिए।

तू जो पास न हो,
फिर भी तेरा एहसास,
हर पल जीता हूँ तेरे लिए।

आँखों में तेरी तस्वीर,
दिल में तेरा ख्वाब,
हर धड़कन सजी है तेरे लिए।

हर ग़ज़ल, हर नगमा,
बस यही कहता है,
कि मेरी दुनिया है तेरे लिए।

जी आर कवियूर
15 07 2024

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