Wednesday, July 24, 2024

भाग्य तुम्हारा भी बदलेगा निश्चित।

भाग्य तुम्हारा भी बदलेगा निश्चित।


बिना मेहनत के कुछ नहीं मिलता,
ये सच है, ना मानो झूठ।
सपने देखते रहो तो सही,
कोशिश हो मेहनत संग धीरज।

भाग्य का खेल है ये सारा,
लेकिन कर्म करो, ना हो निठल्ला।
आगे बढ़ो तो रास्ते मिलेंगे,
ठहरने से कुछ ना मिलेगा।

मन की शांति में छुपा है रहस्य,
संतोष में है सारा जीवन का रस।
कर्म करो और भरोसा रखो,
भाग्य तुम्हारा भी बदलेगा निश्चित।


जी आर कवियूर
 24 07 2024


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