Thursday, July 11, 2024

रफ्ता रफ्ता खोजते रहे तेरी यादें (गजल)

रफ्ता रफ्ता खोजते रहे तेरी यादें (गजल)


रफ्ता रफ्ता खोजते रहे तेरी यादें,  
साँसों में बसती हैं तेरी खुशबू की बातें।  

चाँदनी रात में तेरे ख्वाबों का बसेरा,  
दिल की हर धड़कन में तेरा नाम है चिरा।  

तन्हाई में भी तेरी हँसी की आवाज़,  
बेजुबान दिल में बस गई है वो राग।  

बूंद-बूंद बारिश में तेरी यादें भीगती,  
हर आहट में तेरा अहसास सजीव सी लगती।  

राहों में तेरा इंतजार, नजरें बिछाए,  
तेरी चाहत में दिल हर पल सजाए।  

रफ्ता रफ्ता खोजते रहे तेरी यादें,  
जिंदगी के सफर में बस तेरी बातें।

जी आर कवियूर
11 07 2024

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