Saturday, July 13, 2024

जाने कभी ( गजल)

जाने कभी ( गजल)


तू कभी न जाने कभी
मेरे दिल को जाने कभी

तू कभी न जाने अब,
मेरे दिल का ये सबब।

तेरे बिना ये दिल मेरा,
आसूं में बहता रब।

रातें लंबी लगें अब तो,
सपनों में तू आए जब।

तेरी यादें हैं मेरे साथ,
पर तेरा साया पाए तब।

जिंदगी तो चलती रहे,
तेरे बिन जी न पाए अब।

हर पल तुझको सोचूं मैं,
तू भी मुझे याद आए तब।

जी आर कवियूर
14 07 2024


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