Sunday, June 1, 2025

"तूने कहा"(ग़ज़ल)

"तूने कहा"(ग़ज़ल)

मन के साज़ पे दर्द ही दर्द बजा — तूने कहा
अब इस दिल का कोई नहीं बचा — तूने कहा

जो सपने हमने संग देखे थे हर रात में
सब कुछ था पर वो मेरा न रहा — तूने कहा

ठंडी शामों में तेरा साथ जो रहता था
अब वो साया भी नहीं रहा — तूने कहा

कभी जो वादा किया था 'न भूलेंगे हम'
आज वो भी बस धोखा था — तूने कहा

‘जी आर’ की कलम में ये प्यार जिंदा रहेगा
पर मेरा नाम अब मिट गया — तूने कहा

जी आर कवियुर 
०३ ०६ २०२५


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