अगर आज को तुम खो दोगे,
कल के सपने खो ही जाओगे।
हर सुबह एक मौका देती,
जोश से दिन को रौशन करती।
बीते पल बस याद बनेंगे,
नए इरादे साथ चलेंगे।
अतीत तो बस छाया ठहरी,
वर्तमान में है रोशनी सारी।
कल का क्या है, धुंध ही धुंध,
जीवन बनता है आज के संग।
जैसा जिए हो आज का पल,
वैसी ही होगी भविष्य की हलचल।
जी आर कवियुर
१३ ०६ २०२५
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