Tuesday, July 22, 2025

अकेले विचार – 89

अकेले विचार – 89

हर एक कदम में उम्मीदें बसती हैं,
ज़िंदगी की राहों में रौशनी सी दिखती हैं।
सिर्फ़ जीत को ही मंज़िल माना,
जोश से दिल को भर कर जाना।

अगर कोई गोल छूट भी जाए,
मुस्कान फिर भी ना मुरझाए।
फिर उठ कर आगे बढ़ता है,
सपनों की ऊँचाई चढ़ता है।

गए हुए मौकों पर ना रो,
नई सफलता के लिए तैयार हो।
हौसला रख और दिल बड़ा,
सफलता तेरे संग चलेगी सदा।

जी आर कवियुर 
23 04 2025

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