नवरात्रि आई, खुशियों से भरी,
शैलपुत्री, पहले हम पूजेंगे।
ब्रह्मचारीणी, समर्पण देगी,
चंद्रघंटा, दुश्मनों को नष्ट करेगी।
कुशमांडा, खुशी बांटेगी,
स्कंदमाता, शक्ति देगी।
कात्यायनी, साहस बढ़ाएगी,
कालरात्रि, डर को मिटाएगी।
महागौरी, प्रेम का प्रतीक,
सिद्धिदात्री, इच्छाएं पूरी करेगी।
नवदुर्गा को हम प्रेम से पूजें,
इस नवरात्रि में हम साथ जीएं।
जी आर कवियूर
03 10 2024
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