होली का गीत
रंगों की बौछार है, होली का त्योहार है,
सभी मिलकर आएं, खुशियों की बहार है।
गुलाल से रंगे गाल, हंसी-ठिठोली चाल,
नाचें गाएं सब मिलकर, भूलें सारे जंजाल।
पिचकारी की धार से, भीगें सब यार-दोस्त,
मिठाइयों की मिठास में, रिश्तों का हो जोश।
ढोल की थाप पर थिरकें, मन में उमंगें छाएं,
प्रेम और सद्भावना से, सबके दिल मिल जाएं।
बैर-भाव को भूलकर, गले हम सब लगाएं,
होली के इस पर्व पर, दुनिया को रंगीन बनाएं।
जी आर कवियूर
20 - 02 -2025
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