तू मुझे छोड़कर कहाँ जाएगी,
तू मेरे दिल में है, कहाँ जाएगी।
हर घड़ी मेरे दिल पे छाई रहे,
तेरी यादों की रात है, कहाँ जाएगी।
तेरी तासीर ने छू लिया यूँ मुझे,
अब ये जज़्बात है, कहाँ जाएगी।
तेरे साए में गुज़रे हैं लम्हे सभी,
अब ये बारात है, कहाँ जाएगी।
तूने देखी नहीं दिल की हालत कभी,
मुझसे सौगात है, कहाँ जाएगी।
जी आर तेरे बिन अधूरी लगे,
दिल की हर बात है, कहाँ जाएगी।
जी आर कवियूर
14 - 02 -2025
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