Friday, March 21, 2025

यादों की खुशबू (ग़ज़ल )

 यादों की खुशबू ( ग़ज़ल )

तेरी आँखों की चमक ने चौंका दिया,
तेरे गालों की लाली ने शरमा दिया।

तेरी यादों की खुशबू ने बहला दिया,
तेरी आवाज़ की लय ने तरसा दिया।

तेरी राहों में जो फूल बिछते रहे,
उनको मौसम की आंधी ने रुला दिया।

दिल में बसते थे जो ख़्वाब तेरे लिए,
उनको तन्हाईयों ने ही ढा दिया।

तेरी चाहत में जो रोशन थे रास्ते,
उन कहानियों को अब वक़्त ने मिटा दिया।

'जी आर' इश्क़ में क्या मिला देख लो,
एक आँसू ने सब कुछ बहा दिया।

जी आर कवियूर
22 - 03 -2025

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