तेरी अश्कों ने पिलाई है मुझे ( गजल )
तेरे अश्कों ने पिलाई है मुझे
मोहब्बत की तन्हाइयां मगर,
आज भी तुझको चाहता हूं दिल से।
ख्वाबों में खो जाता हूं मैं,
लम्हों को जीता हूं हर पल।
यादों से बसी है ये ज़िन्दगी,
धड़कन से मिला है हर पल।
हर कदम पर साथ चाहता हूं,
हंसी में शामिल होना चाहता हूं।
आँखों में बस जाने का ख्वाब है,
बिना तेरे अब कुछ भी नसीब नहीं है।
बातों का असर है ऐसा,
खुशी में भी कुछ कमी सी है।
बिना तेरे ये सफर अधूरा है,
साथ ही ये दुनिया पूरी है।
प्यार का असर है मुझपर,
बिना तेरे जीना मुश्किल है।
आज भी तुझको चाहता हूं दिल से,
बिना तेरे ये दिल तन्हा है।
जी आर कवियूर
01 07 2024