Sunday, June 9, 2024

ला देती है दर्द तेरी यादें पुरानी (गजल)


ला देती है दर्द तेरी यादें पुरानी (गजल)

तेरी यादों में खोकर मैं अक्सर रोया हूँ,
वो हंसी लम्हे अब बस एक सपना हुआ हूँ।

तेरी बातों का जादू अब भी दिल पे है छाया,
तेरे बिन ये दिल मेरा है बस तन्हा।

वो रास्ते जो हम साथ चले थे कभी,
अब उन पर अकेला मैं ही चला हूँ।

तेरी हंसी की गूंज अब भी कानों में गूंजती है,
पर तेरी आवाज अब सिर्फ यादों में बसी है।

तेरे बिन ये दुनिया वीरान लगती है,
तेरे बिना हर खुशी बेजान लगती है।

तेरे साथ बिताए हर पल को मैं याद करता हूँ,
तेरे बिना जीने की कोशिश हर रोज करता हूँ।

रचना 
जी आर कवियूर
10 06 2024


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