Saturday, June 15, 2024

तेरी एक मुस्कान (गजल )

तेरी एक मुस्कान (गजल )

तेरी एक मुस्कान जीने की आरजू बढ़ती है,
हर एक पल में मेरी खुशियों की जुस्तजू बढ़ती है।

तेरी यादों का साया हर दम साथ रहता है,
तेरे बिना ये जिंदगी एक अधूरी किताब लगता है।

तेरे बिना ये दिल न चैन पाता है,
तेरे संग होने का ख्वाब सच्चा सा लगता है।

तेरे बिना ये रातें भी उदास हो जाती हैं,
तेरी आवाज़ सुनने की आरजू जगाती हैं।

तेरे बिना ये दिल किसी और का न होता है,
तेरे बिना ये दिल कोई और सपना न देखता है।

तेरी एक मुस्कान में है वो जादू,
जो मेरी हर उदासी को मिटा देता है।

जी आर कवियूर
16 06 2024

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