Sunday, June 23, 2024

तेरी यादों में बसा है ( गजल )

तेरी यादों में बसा है ( गजल )

तेरी यादों में बसा है
मेरा दिल ढूंढता है
हर दम हर पल
वह आशियाना को

तेरे ख्वाबों में खोया हूँ
तेरी राहों में सोया हूँ
हर लम्हा तेरी चाहत में
मैं तुझसे ही जुड़ा हूँ

तेरे बिना अधूरा हूँ
तेरे संग में पूरा हूँ
तेरे हर एक आहट पर
मैं जिंदा हूँ, मैं जिंदा हूँ

तेरे दर्द को अपनाया
तेरे सुख में मुस्काया
तेरे साथ हर कदम पर
मैंने अपना दिल लगाया

जी आर कवियूर
23 06 2024

No comments:

Post a Comment