खामोश कर गई तू ( गजल )
दिल ले गई तूने
इस कदर गम दे गई
ख्वाबों में बसी थी
पर हकीकत में खो गई
तेरे बिना ये रातें
काली घटाओं में बदल गईं
यादें तेरी अब
दर्द की धड़कन बन गईं
तूने जो वादा किया था
वो अधूरा रह गया
मोहब्बत की राह में
बस मैं अकेला रह गया
आँखों में अश्कों का
सैलाब छोड़ गई तू
दिल की हर धड़कन को
खामोश कर गई तू
जी आर कवियूर
20 06 2024
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