Monday, September 30, 2024

ग़ज़ल

ग़ज़ल

चांद आई और छाई  
परछाई तेरी लाई  
बीते सावन की दोनों की  
यादों का महक लाई  

तेरे बिना ये रात अधूरी,  
दिल में बस तेरा ही साया।  
हर लम्हा तेरा इंतज़ार,  
तेरे बिन सब कुछ है सूनसान।  

ख्वाबों में तू ही तू है,  
तेरी हंसी से चमकी जहान।  
प्यार की ये मीठी बातें,  
साथ तेरा, मेरा अरमान।  

तारों की चमक में तेरा नाम लूँ,  
तेरे प्यार की खुशबू से हर शाम लूँ।  
तेरे संग हर पल जियूँ,  
तेरे बिना ये दिल है वीरान।

आर कवियूर
30 09 2024

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