हिंदी हमारी मातृभाषा,
सांस्कृतिक धरोहर की परिभाषा।
गर्व से बोलें हम हिंदी,
हर दिल में बसी है इसकी सिद्दी।
गूंजे हिंदी का हर एक शब्द,
सुनो इसकी मधुरता का जादू।
कविता, कहानी, गीत और गज़ल,
हिंदी में बहे भावों का जल।
एकता का प्रतीक, भाषा हमारी,
सभी को जोड़े, यही है हमारी।
हिंदी दिवस पर हम सब मिलकर,
करें इसका सम्मान, यही है सही सफर।
जी आर कवियूर
14 09 2024
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