जिया मोरे घबराए
श्याम बिना कैसे बीतेगी
रतिया भी और सुबह
तू जुबिन जिए कैसे
तेरे बिना मन उदास है
हर पल तेरा इंतज़ार है
चाँदनी रात में तेरा ख्याल
दिल में बसा है तेरा कमाल
तेरे संग हर लम्हा प्यारा
तेरे बिना सब है अधूरा
आँखों में तेरी तस्वीर है
तेरे बिना ये दिल बेकरार है
आजा मेरे सांवरे साजन
तेरे बिना सब है वीरान
तू जो साथ हो, जीवन है रोशन
तेरे संग ही सब है सुहाना
जी आर कवियूर
14 09 2024
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