Friday, September 13, 2024

श्याम बिना कैसे

श्याम बिना कैसे


जिया मोरे घबराए  
श्याम बिना कैसे बीतेगी  
रतिया भी और सुबह  
तू जुबिन जिए कैसे  

तेरे बिना मन उदास है  
हर पल तेरा इंतज़ार है  
चाँदनी रात में तेरा ख्याल  
दिल में बसा है तेरा कमाल  

तेरे संग हर लम्हा प्यारा  
तेरे बिना सब है अधूरा  
आँखों में तेरी तस्वीर है  
तेरे बिना ये दिल बेकरार है  

आजा मेरे सांवरे साजन  
तेरे बिना सब है वीरान  
तू जो साथ हो, जीवन है रोशन  
तेरे संग ही सब है सुहाना  

जी आर कवियूर
14 09 2024









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