जाने कैसे नूर बनक
दिल में छाई हो
मेरी हर सांस में
तेरी महक छाई हो
यादों में दिल धड़कता
मोहब्बत से जिया जलता
मस्ती में मैं खो गया
नज़रों में मैं खो गया
बिन तेरे जीना मुश्किल है
तेरे बिना जीना नामुमकिन है
ख्वाबों में तू बसी है
हर लम्हा तेरा एहसास है
तेरे बिना दुनिया अधूरी,
तेरे साथ हर खुशी पूरी।
जी आर कवियूर
27 09 2024
No comments:
Post a Comment