Tuesday, September 3, 2024

दिलमचल गया है

अजीब दास्तां है
इन वादियों को देख
वाकई दिल
मचल गया है

अरे तेरी याद में
नींद खो गया है
नैनों में सागर 
भर गया है

तेरे बिना ये रातें  
सुनसान सी लगती हैं,  
हर एक ख्वाब में  
तेरी ही बातें आती हैं।  

चाँद की चाँदनी में  
तेरा ही चेहरा है,  
तेरे बिना ये जीवन  
बिलकुल अधूरा है।  

तेरी हंसी की गूंज  
दिल में बसी रहती है,  
तेरे प्यार की खुशबू  
हर सांस में बसी रहती है।  

जब से तुझसे मिला हूँ  
खुशियों का साया है,  
तेरे साथ बिताया हर लम्हा  
जैसे कोई जादू सा है।  

तेरे बिना ये दिल  
हर पल तड़पता है,  
तेरे साथ जो बिताया  
हर लम्हा महकता है।

जी आर कवियूर
03 09 2024

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