अजीब दास्तां है
इन वादियों को देख
वाकई दिल
मचल गया है
अरे तेरी याद में
नींद खो गया है
नैनों में सागर
भर गया है
तेरे बिना ये रातें
सुनसान सी लगती हैं,
हर एक ख्वाब में
तेरी ही बातें आती हैं।
चाँद की चाँदनी में
तेरा ही चेहरा है,
तेरे बिना ये जीवन
बिलकुल अधूरा है।
तेरी हंसी की गूंज
दिल में बसी रहती है,
तेरे प्यार की खुशबू
हर सांस में बसी रहती है।
जब से तुझसे मिला हूँ
खुशियों का साया है,
तेरे साथ बिताया हर लम्हा
जैसे कोई जादू सा है।
तेरे बिना ये दिल
हर पल तड़पता है,
तेरे साथ जो बिताया
हर लम्हा महकता है।
जी आर कवियूर
03 09 2024
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