तेरी याद में जीता हूं।
तुझे कितना मैं चाहूं,
कैसे बताऊं।
मन में लिए घूमता हूं,
तन्हाइयों में,
तेरी याद में जीता हूं।
बिना तेरा ये दिल है वीरान,
हर पल बस तेरा ही है अरमान।
चाँदनी रातों में ख्याल तेरा,
तेरे बिना सब कुछ लगता बेमिसाल।
संग बिताए हर लम्हे की बात,
नहीं हो पाती खुशी की रात।
सपनों में वो छवि आती बार-बार,
बिना संग ये जीवन लगता बेकार।
आजा मेरे पास, मेरी जान,
तेरे बिना सब कुछ है वीरान।
जब तू संग हो, तो सब कुछ है आसान,
तेरे साथ ही हर दिन है सुहाना।
जी आर कवियूर
19 09 2024
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