Monday, September 30, 2024

ग़ज़ल

ग़ज़ल

चांद आई और छाई  
परछाई तेरी लाई  
बीते सावन की दोनों की  
यादों का महक लाई  

तेरे बिना ये रात अधूरी,  
दिल में बस तेरा ही साया।  
हर लम्हा तेरा इंतज़ार,  
तेरे बिन सब कुछ है सूनसान।  

ख्वाबों में तू ही तू है,  
तेरी हंसी से चमकी जहान।  
प्यार की ये मीठी बातें,  
साथ तेरा, मेरा अरमान।  

तारों की चमक में तेरा नाम लूँ,  
तेरे प्यार की खुशबू से हर शाम लूँ।  
तेरे संग हर पल जियूँ,  
तेरे बिना ये दिल है वीरान।

आर कवियूर
30 09 2024

गाना

गाना

यह दिल मुझे कहता है क्या  
लबों पे है अनगिन प्यार  
हे मेरे लिए, हां मेरे लिए  

बिना तेरा ये जीवन अधूरा,  
साथ हर पल है नूरा।  
ख्वाबों में खोया रहूँ,  
बाहों में मैं सोया रहूँ।  

हंसी से महके ये जहां,  
संग बिताऊं हर एक शाम।  
तू है मेरी धड़कन का साज,  
बिना तेरा ये दिल है बेजान।  

प्यार की खुशबू में बसा,  
हर लम्हा तेरा, मेरा सपना।  

आर कवियूर
30 09 2024


Sunday, September 29, 2024

पर्यावरण की सुरक्षा

पर्यावरण की सुरक्षा

पेड़-पौधे, जीवन का आधार,  
हर जीव का है इन्हीं पर अधिकार।  
नीला आसमान, हरा ये धरती,  
सुरक्षित रहे, यही है हमारी जिम्मेदारी।  

जल की बूँदें, अनमोल हैं सभी,  
संरक्षित करें, यही है सही।  
प्रकृति की गोद में बसा है सुख,  
हम सब मिलकर करें इसका संरक्षण।  

सूरज की किरणें, चाँद की रोशनी,  
सभी का हक है, हर एक जिंदगानी।  
चलो मिलकर करें हम प्रयास,  
एक सुरक्षित पर्यावरण हो हर खास।

जी आर कवियूर
30 09 2024

भुलाने की कोशिशें

भुलाने की कोशिशें

मेरी किस्मत की लकीरों पे लिखा है,  
तेरे बिना जीने का अब क्या सिला है।

तेरे साथ बिताए पल अब हैं यादों में,  
हर खुशी की राहों में बस तेरा ही सिला है।

आँखों में आंसू, दिल में दर्द छुपा है,  
तेरे बिना हर लम्हा अब अधूरा सा है।

खुशियों की दुनिया अब वीरान सी लगती,  
तेरे बिना ये दिल बस एक सिला है।

तेरे नाम से हर सांस में ग़म बसा है,  
किस्मत ने मुझसे तेरा चेहरा छीन लिया है।

भुलाने की कोशिशें सब बेकार हैं,  
हर ख्वाब में तेरा ही साया छा गया है।

जी आर कवियूर
28 09 2024


Saturday, September 28, 2024

इश्क का रंग

इश्क का रंग

रंग लाती है इश्क,  
तमन्ना की परवाह नहीं,  
लाचार चेहरे में उदासी बड़ी,  
सोचते-सोचते उम्र बढ़ गई।

ख्वाबों में तेरा चेहरा,  
हर पल दिल में बसा है,  
तेरे बिना ये जीवन अधूरा,  
तेरे साथ ही सारा जहां है।

तेरी यादों का साया,  
हर रात मुझे जगाए,  
इश्क की इस कहानी में,  
हमेशा तेरा नाम आए।

जी आर कवियूर
28 09 2024


Thursday, September 26, 2024

जाने कैसे नूर बनक

जाने कैसे नूर बनक

जाने कैसे नूर बनक  
दिल में छाई हो  
मेरी हर सांस में  
तेरी महक छाई हो  

यादों में दिल धड़कता  
मोहब्बत से जिया जलता  
मस्ती में मैं खो गया  
नज़रों में मैं खो गया  

बिन तेरे जीना मुश्किल है  
तेरे बिना जीना नामुमकिन है  
ख्वाबों में तू बसी है  
हर लम्हा तेरा एहसास है  

तेरे बिना दुनिया अधूरी,  
तेरे साथ हर खुशी पूरी।

जी आर कवियूर
27 09 2024



जीवन की सच्चाई

जीवन की सच्चाई

शिक्षा से पहले संस्कार का दीप जलाना,  
व्यवहार से पहले प्रेम का बंधन निभाना।  
माता-पिता की महिमा को समझो,  
भगवान की राह में उन्हें पहले पहचानो।  

संसार में कठिनाइयाँ आएंगी जरूर,  
पर संस्कारों से मिलेगी हर मुश्किल का हल।  
व्यापार में व्यवहार हो जब सच्चा,  
तो सफलता का हर द्वार खुलेगा हमेशा।  

माता-पिता का आशीर्वाद हो संग,  
तो जीवन की हर राह लगे सुगम।  
संस्कार और व्यवहार से सजाओ जीवन,  
इसी में छिपा है सच्चा सुख और समर्पण।

जी आर कवियूर
27 09 2024


Monday, September 23, 2024

नज़्म: न हम कभी अलग होंगे

नज़्म: न हम कभी अलग होंगे

अब जब हम अलग होंगे,  
ख्वाबों की रोशनी में मिलेंगे।  
जैसे किताब में सूखा फूल,  
अक्षरों के फूल खिलेंगे गज़ल के साथ।

मन के तार आपस में जुड़ेंगे,  
मोती जैसे हार में सजेंगे।  
रेशे की तरह एक होंगे हम,  
जीवन बढ़ेगा प्रेम से भरे हुए।

प्रेम हर रोज़ बढ़ेगा जैसे लता,  
आपसी विश्वास की सांसों से।  
मानवता के मूल्यों को न हो कमी,  
भीतर भरे करुणा हमेशा।

मैं और तुम नहीं, एक हैं हम,  
इस सत्य को पहचानो तुम।  
आनंद से भरी इस अनुभूति में,  
जन्मों तक झूमते रहें हम।

अब जब हम अलग होंगे,  
ख्वाबों की रोशनी में मिलेंगे।  
जैसे किताब में सूखा फूल,  
अक्षरों के फूल खिलेंगे गज़ल के साथ।


जी आर कवियूर
23 09 2024

Thursday, September 19, 2024

हर पन्ने पर नई कहानी

हर पन्ने पर नई कहानी

उम्मीद भरी जिंदगनी है  
वक्त ही एक कहानी रचती है  
बेपर्दा करती है औरों से छुपाती है  
कर्म ही एक धर्म है  
सच्चाई की जीत होती है  

हर मुश्किल में छिपा है एक सबक,  
सपनों की दुनिया में चलो हम सबक।  
जब ठोकर लगे, तो ना हो निराश,  
हर गिरने से उठने का होता है खास।  

खुद पर यकीन रखो, ये बात समझो,  
हर अंधेरे के बाद, सुबह का रंग चढ़ो।  
संघर्ष की राह पर चलना है हमें,  
हर कदम पर मिलेंगे नए सपने हमें।  

दिल में जोश हो, और मन में हो विश्वास,  
हर मुश्किल को पार कर जाएँगे हम खास।  
जिंदगी की इस किताब को पढ़ते चलो,  
हर पन्ने पर नई कहानी लिखते चलो।

जी आर कवियूर
19 09 2024




Wednesday, September 18, 2024

दिल में तुम्हारा नाम लिखा है।

अजनबी बनकर रहते हो  
तमन्नाओं की भीड़ में  
तुम्हारी यादों के साए  
छुपे हैं हर एक दीवार में।  

खामोशियों की बातें हैं  
दिल के जज़्बातों की लहर में।  
तन्हाई का ये आलम है  
जैसे कोई खो गया हो सफर में।  

तेरे बिना ये शाम सुनी है  
हर रंग फीका सा लगता है।  
तेरी हंसी की गूंज सुनूं  
तो हर दर्द भी भुला देता है।  

तुमसे मिलकर जो एहसास हुआ  
वो पल अब तक यादों में बसा है।  
अजनबी बनकर रहते हो तुम,  
पर दिल में तुम्हारा नाम लिखा है।

जी आर कवियूर
19 09 2024

Tuesday, September 17, 2024

समय की परीक्षा

समय की परीक्षा

समय की परीक्षा कठिन अवश्य होती है,  
परंतु परिणाम आपके हाथ में होता है।  
हर कठिनाई में छिपा है एक सबक,  
सपनों की ओर बढ़ने का है ये एक मुकाम।  

कभी हार मानना नहीं, ये है जीवन का खेल,  
संघर्ष से ही मिलती है सफलता की मेल।  
धैर्य रखो, आगे बढ़ो, न हो निराश,  
हर मुश्किल को पार कर लो, यही है खास।  

सपने देखो बड़े, और उन्हें साकार करो,  
अपने कर्मों से ही तो, खुद को पहचानो।  
समय की परीक्षा में जो जीतता है,  
वही सच्चा विजेता कहलाता है।

       
जी आर कवियूर
19 09 2024

तेरी याद में जीता हूं।

तेरी याद में जीता हूं।  

तुझे कितना मैं चाहूं,  
कैसे बताऊं।  
मन में लिए घूमता हूं,  
तन्हाइयों में,  
तेरी याद में जीता हूं।  

बिना तेरा ये दिल है वीरान,  
हर पल बस तेरा ही है अरमान।  
चाँदनी रातों में ख्याल तेरा,  
तेरे बिना सब कुछ लगता बेमिसाल।  

संग बिताए हर लम्हे की बात,  
नहीं हो पाती खुशी की रात।  
सपनों में वो छवि आती बार-बार,  
बिना संग ये जीवन लगता बेकार।  

आजा मेरे पास, मेरी जान,  
तेरे बिना सब कुछ है वीरान।  
जब तू संग हो, तो सब कुछ है आसान,  
तेरे साथ ही हर दिन है सुहाना।  

जी आर कवियूर
19 09 2024

Monday, September 16, 2024

ख्यालों का जादू,

ख्यालों का जादू,  

तेरी यादें खुशबू की तरह,  
मन को भा गई, क्या कहूँ।  
बिना तन्हाई हर लम्हा अधूरा,  
साथ बिताए पल, हैं मेरे सुकून।  

चाँदनी रातों में, ख्यालों का जादू,  
हँसी की गूंज सुनाई देती है।  
हर एक सांस में नाम बसा है,  
खुशियों का जहां अब आबाद है।  

सपनों में वो छवि आती बार-बार,  
बिना संग ये जीवन लगता बेकार।  
जब संग हो, सब कुछ आसान लगता,  
हर खुशी में एक नया रंग भरता।  

यादें खुशबू की तरह,  
मन को भा गई, क्या कहूँ।  

जी आर कवियूर
18 09 2024

यादों की ज़ख्में लेकर

यादों की  ज़ख्में लेकर

यादों की ज़ख्में लेकर,  
अश्कों को बहते रहे तेरे लिए।  
सूनी पड़ी थी राहें कांटे भरे,  
तनहाई भी मीठी लगे।  

हर एक लम्हा तेरा इंतज़ार,  
दिल में बसी है एक सूरत यार।  
चाँदनी रातों में, ख्यालों का जादू,  
बिना तुझसे हर पल लगे बेमिसाल।  

तेरे बिना ये दिल है वीरान,  
यादों में खोया, हर अरमान।  
सपनों में आकर, छू दे मुझे,  
इस जीवन का हर पल लगे अधूरा सा।  

गुज़रे लम्हों की खुशबू है ताज़ा,  
साथ बिताए पल हैं जैसे साज़ा।  
फिर से लौट आ, बाहों में समा,  
बिना तेरे ये दिल है बस एक सहरा।  

जी आर कवियूर
17 09 2024

Sunday, September 15, 2024

तिरुओणम की शुभकामनाएं

तिरुओणम की शुभकामनाएं

मलयाली जन हर्षित हैं,  
क्योंकि आया है त्योहार प्यारा।  
थिरुवोणम का दिन आया है,  
केरल में मनाया जाता है यह त्यौहार।

फूलों की रंगोली की सजावट होती है,  
घरों में रंगोली बनाई जाती है।  
सुंदर पूकलम में फूल लगाए जाते हैं,  
घरों को सजाया जाता है।

सद्य का भोजन खाया जाता है,  
मिठाइयों का आनंद लिया जाता है।  
परंपरागत गीत गाए जाते हैं,  
नृत्य किए जाते हैं।

महाबली राजा का स्वागत किया जाता है,  
उनकी याद में प्रार्थना की जाती है।  
खुशियों से भरा यह त्योहार है,  
केरल के लोगों के लिए यह प्यारा त्योहार है।

जी आर कवियूर
15 09 2024










Friday, September 13, 2024

हिंदी दिवस

हिंदी दिवस 

हिंदी हमारी मातृभाषा,  
सांस्कृतिक धरोहर की परिभाषा।  
गर्व से बोलें हम हिंदी,  
हर दिल में बसी है इसकी सिद्दी।  

गूंजे हिंदी का हर एक शब्द,  
सुनो इसकी मधुरता का जादू।  
कविता, कहानी, गीत और गज़ल,  
हिंदी में बहे भावों का जल।  

एकता का प्रतीक, भाषा हमारी,  
सभी को जोड़े, यही है हमारी।  
हिंदी दिवस पर हम सब मिलकर,  
करें इसका सम्मान, यही है सही सफर।  

जी आर कवियूर
14 09 2024










श्याम बिना कैसे

श्याम बिना कैसे


जिया मोरे घबराए  
श्याम बिना कैसे बीतेगी  
रतिया भी और सुबह  
तू जुबिन जिए कैसे  

तेरे बिना मन उदास है  
हर पल तेरा इंतज़ार है  
चाँदनी रात में तेरा ख्याल  
दिल में बसा है तेरा कमाल  

तेरे संग हर लम्हा प्यारा  
तेरे बिना सब है अधूरा  
आँखों में तेरी तस्वीर है  
तेरे बिना ये दिल बेकरार है  

आजा मेरे सांवरे साजन  
तेरे बिना सब है वीरान  
तू जो साथ हो, जीवन है रोशन  
तेरे संग ही सब है सुहाना  

जी आर कवियूर
14 09 2024









Thursday, September 12, 2024

तन्हा सा रहता है

तन्हा सा रहता है  

रिश्तों की ये दूरी  
अजीब सा लगता है  
रास्ते कितने भी जाए  
फासला रखता है  

तेरे बिना ये रातें  
सुनसान सी लगती हैं  
ख्वाबों में भी तेरा  
साया साथ रहता है  

दिल की धड़कन में  
तेरा नाम बसा है  
हर लम्हा तेरा इंतज़ार  
मेरे मन में छिपा है  

जब भी तू पास आए  
जिंदगी खिल उठे  
तेरे बिना ये सफर  
अधूरा सा लगता है  

आँखों में तेरा नूर  
हर सुबह जगाता है  
तेरे बिना ये दिल  
बस तन्हा सा रहता है  

जी आर कवियूर
12 09 2024



Tuesday, September 10, 2024

कर्मों का परिचय

कर्मों का परिचय

दीपक बोलता नहीं उसका  
प्रकाश परिचय देता है।  
ठीक उसी प्रकार..  
सच्चे कार्य करते रहे  
वही आपका परिचय देंगे।

निष्काम सेवा से मिलता है सम्मान  
सच्चे प्रयासों से बढ़ती है पहचान।  
उदारता से मिलता है आदर  
ईमानदारी से मिलता है उत्तरदायित्व।

सच्चाई से मिलता है संतोष  
सकारात्मकता से मिलती है प्रसन्नता।  
कठिनाइयों में मिलती है शक्ति  
सच्चे कर्मों से मिलती है शांति।

जी आर कवियूर
11 09 2024


तेरी इश्क ने ही मुझे


तेरी इश्क ने ही मुझे

तेरी इश्क ने ही मुझे
घायल जो कर दिया
सोचते ही सोचते
पागल जो कर दिया

तेरी मोहब्बत में
दिल को लगा लिया
तेरी नज़रों में
खो जा लिया

तेरे प्यार में
दीवाना हो गया
तेरी यादों में
पागल हो गया

तेरी महफ़िल में
शामिल हो गया
तेरी बातों में
मग्न हो गया

तेरी मुस्कुराहट में
खो गया मैं
तेरी आवाज में
खो गया मैं

तेरी मोहब्बत में
जी लिया मैंने
तेरी यादों में
मर मिटा मैंने

तेरी इश्क की
आग में जला मैं
तेरी मोहब्बत की
धुन में खो गया

जी आर कवियूर
10 09 2024

Monday, September 9, 2024

वक्त का कमाल

वक्त का कमाल

वक्त भी बड़ा अजीब होता है,  
हर किसी को इंतजार कराता है।  
कभी हंसता है, कभी रुलाता है,  
सपनों की दुनिया में ले जाता है।  

लेकिन खुद वक्त कभी नहीं रुकता,  
किसी के लिए वो ठहरता नहीं।  
जिंदगी की गाड़ी चलती रहती है,  
हर पल नया सबक सिखाता है।  

इंतजार में जो गुज़रते हैं दिन,  
वक्त की चाल से सब हैं वाकिफ।  
इसलिए समझो वक्त की अहमियत,  
हर लम्हा जी लो, यही है सच्चाई।

जी आर कवियूर
10 09 2024

Thursday, September 5, 2024

शिक्षक दिवस

शिक्षक दिवस 

शिक्षक हमारे मार्गदर्शक होते हैं,  
ज्ञान की ज्योति जगाते हैं।  
हर सवाल का जवाब देते,  
सपनों को सच बनाते हैं।  

पुस्तकों से जो सिखाते हैं,  
जीवन की राह दिखाते हैं।  
सच्चाई और मेहनत की बात,  
हर दिल में वो जगाते हैं।  

उनकी मेहनत का फल मीठा,  
हर छात्र का सपना पूरा करते।  
शिक्षक दिवस पर हम सब मिलकर,  
उनका दिल से धन्यवाद करते।  

जी आर कवियूर
05 09 2024

Wednesday, September 4, 2024

गाना जारी रखें

गाना जारी रखें

किसी ने किसी से ना कहा  
यह बेजोड़ कहानी है  
तूने मुझसे प्यार किया  
और आज भी करता रहता हूं  

तेरे बिना अधूरी है ज़िंदगी  
तेरे साथ हर पल जादू सा है  
तेरी हंसी में छुपा है सुकून  
तेरे बिना हर लम्हा तन्हा लगता  

सपनों में खोया रहता हूं मैं  
ख्यालों में तेरा बसेरा है  
जब तू पास हो, सब कुछ सही  
तेरे बिना दिल बेकरार रहता  

बिताए लम्हे यादों में बंधे  
तेरे संग हर दर्द भूल जाऊं  
तू ही मेरी दुनिया, तू ही मेरा जहां  
तेरे प्यार में मैं हमेशा रहूं।

जी आर कवियूर
04 09 2024


Tuesday, September 3, 2024

दिलमचल गया है

अजीब दास्तां है
इन वादियों को देख
वाकई दिल
मचल गया है

अरे तेरी याद में
नींद खो गया है
नैनों में सागर 
भर गया है

तेरे बिना ये रातें  
सुनसान सी लगती हैं,  
हर एक ख्वाब में  
तेरी ही बातें आती हैं।  

चाँद की चाँदनी में  
तेरा ही चेहरा है,  
तेरे बिना ये जीवन  
बिलकुल अधूरा है।  

तेरी हंसी की गूंज  
दिल में बसी रहती है,  
तेरे प्यार की खुशबू  
हर सांस में बसी रहती है।  

जब से तुझसे मिला हूँ  
खुशियों का साया है,  
तेरे साथ बिताया हर लम्हा  
जैसे कोई जादू सा है।  

तेरे बिना ये दिल  
हर पल तड़पता है,  
तेरे साथ जो बिताया  
हर लम्हा महकता है।

जी आर कवियूर
03 09 2024