तेरे बिना सावन अधूरा रहेगा
काजल बिना नैना अधूरी रहेगी
मुस्कुराहट बिना फूल कैसे खलेगी
साजन बिन सजनी कैसे रहेगी
राग बिना सूर कैसे जमेगी
सुरभिना ताल कैसे बजेगी
घुंघरू बिना नाच कैसे नाचेग
सूरज बिना चांद कैसे निकलेगी
सपनों बिना नींद कैसे आएगी
आशा बिना मन कैसे बहलाएगी
दिल की धड़कन गीत कैसे गाएगी
प्रेम बिना दुनिया कैसे चलेगी
जी आर कवियूर
06 08 2024
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