जीवन रेखाओं में
पंक्तियों में खड़े होने पर
इंतज़ार का अनुभव
हम शुभकामनाओं के लिए
सदा प्रतीक्षा में
मन में परेशानी
दूसरों के प्रति धैर्य रखें
घुलने-मिलने की चाहत में
एक साथ पंक्तियों में खड़े हैं
जीवन की पंक्तियों में
परिस्थितियाँ बदलती हैं
जन्म और मृत्यु में
बिना ख़त्म हुए
एक बढ़ती वैश्विक घटना
बहुत इंतज़ार हो रहा है
यह हमारे जीवन का हिस्सा है
जी आर कवियूर
31 08 2024
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