Saturday, February 3, 2024

है सारा जहाँ हमारा

है सारा जहाँ हमारा

चलो चलें साथ, बनाएं ये कहानी
दिल की धड़कनों में हो सुनी हर ज़ुबानी

पलकों के पीछे छुपी बातें कहा करो
रातें राज़ी हैं, इन तारों से गूंथी जाएं

बरसात की बूंदों में छुपा है सपना
चाँदनी रातों में, हमारा मिलना

मोहब्बत का इजहार करते हैं नजरें
इस दिल की कहानी, हमें ज़बानी से कहें

इन राहों में भटके ये कदम, हम साथ हैं
दिल के राज़ बताएं, ये बातें हमारी

सितारों के साथ रातें बिताएं
आँखों की मस्ती, इस मोसम में छाई है

सागर के किनारे बैठकर, सुनें हम बातें
इस दरिया के पार, हमारी मुलाकातें

इस गज़ल के साथ, है सपनों का सफर
तुम्हारी मुस्कान में, है सारा जहाँ हमारा


रचना 
जी आर कवियूर
04  02 2024

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