Monday, February 19, 2024

दिल थाम के सुनो

दिल थाम के सुनो


बहुत आसान था
तुझे केहने को की
मुझे नहीं चाहते हैं
मगर दिल थाम के सुनो

दर्द की गहराइयों में छुपी
ज़िन्दगी की तन्हाईयों को
खुदा से मांगता हूँ तुझे
साथ निभाने की ज़िम्मेदारी

रात के सितारों से लिखूँ
तेरे ख्वाबों की कहानी
धड़कनों में बसा लूँ तुझे
इस दिल की गहराइयों मे

प्यार की राहों में चलते
तेरी यादों के साथ जीते
दिल की हर धड़कन में सुनूँ
तेरे अभिमान की कहानी

रचना 
जी आर कवियूर
20 02 2024

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