आईना भी सच कहती है
दिल की बातें, चुप रहती हैं
ख्वाबों में तेरी यादें छाई हैं
हर सांस में तेरी महक बसी है
जैसे फूलों में हो खुशबू बिखरी है
तेरी यादों के साथ रंग भरा है जीवन
मेरी आँखों में तेरी छवि भरी है
हर पल तेरी यादों में उलझा हूँ मैं
तू हर दुआ में मेरी बसी है
अब तो मेरी धड़कनें भी कहती हैं
एक दफा तुम मुझे याद करोगी
आईना भी सच कहती है।
रचना
जी आर कवियूर
17 02 2024
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