एक नया सवेरा
चमकीली रातों में, सितारे बोल रहे हैं
समझाएं ना दिल को, कैसे ये दिन धल रहा है
बैठे हैं ख्वाबों में, मिली है राहों की राह में,
दिल की गहराईयों में, बसी है एक प्यारी सी बात
रुका नहीं ज़िन्दगी, चलती रहे इस कदम की आवाज
मोहब्बत की मिठास, छू गई है सभी राज
समय का सागर, बहता है निरंतर
चलो बदलें राहें, साथ में हैं हम सबकी बहुत बातें
सपनों की ऊँचाईयों में, है एक नया सवेरा
आशा की किरण, चमकती रहे तुम्हारा दिल
रचना
जी आर कवियूर
02 02 2024
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