मोहब्बत के दीवाने सुनो, इक बात कहूँ सच्ची,
इंतजारों की घड़ियां, होती हैं कुछ कच्ची।
भेड़िया पारकर के आएगी नहीं, वो राह कठिन होती है,
दिल की बातें समझना, ये मोहब्बत की कला होती है।
कोष दूर तक चलने की आदत, सबको कहां होती है,
मंजिलें पाना आसान नहीं, राहें बड़ी कठिन होती हैं।
चाँद तारों से सजाकर, ख़्वाबों की चादर बुन लो,
सपनों की ये महफ़िल, दिल से दिल की बातें सुन लो।
इंतजारों का ये सफर, दिल को थोड़ा आजमाएगा,
लेकिन जो सच्चा हो, वही आखिर में मुस्कराएगा।
रचना
जी आर कवियूर
22 05 2024
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