तेरे बिना
हम आपके आंखों से फिदा हो गए
एक पल की छपक से
सदियों तक जीने का सहारा मिल गई है
आज फिर तेरी याद में
शायराना अंदाज पर उतर आया है मेरा दिल
आखिर इस तन्हाई कैसे सहूं मैं तेरे लिए सनम
गाते लिखते मैं कातिल बन जाऊंगा गजलों का
अब तो कुबूल कर लो मुझे से वरना कटेगी नहीं
यह दास्तान जिंदगी का तेरे बिना
जी आर कवियूर
02 03 2023
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