जब से तूने मुझे (गजल)
जब से तूने मुझे
प्यार से याद किया है
नींद नहीं चैन नहीं
दीवाना बनकर घूमता हूं
जब से तूने दिल
चुरा चुरा के चली ली
गई हो चुपके से सनम
कली जो खिल उठी है
हर फूल पर मंडराते
भंवरा मच्छ मचक के
मधु पी रहे हैं देखो
राग रंग जो लाई है मुझ में
पतंग जैसे उड़ने लगी है मन
डोर छोड़कर खुश रहे हैं तुम भी
कहां चली गई हो तू
जब से तूने मुझे
प्यार से याद किया है
रचना
जी आर कवियूर
27 03 2023
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