Tuesday, March 14, 2023

चैन नहीं

चैन नहीं

दिन में चैन नहीं
रातों को नींद दिया भी नहीं
तेरी रूह दिखती है
तन्हा हो गई मन भर आई

बीते हुए दिनों का सपने
जीने की सहारा है
कह दो कि तुम मुझे
तिनका भर्ती चाहते हो कि नहीं

हाय यह दिल की हालत 
क्या बताएं कि मेरी 
कलम भी रोने को आई
तेरे नाम का शेर शायरी और
गजलो से मन नहीं भरी

दिन में चैन नहीं
रात को निंदिया भी नहीं

जी आर कवियूर 
15 03 2023

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