दीवाना बन गया ( गजल)
तेरी नैनो के काजल से
मैं लिख डालूंगा गजलें को
पहन के तू आती हो
पायल की झंकार से
बजती है धुन मन में मेरी
गूज उड़ती है लहरें प्यार की
बातों से सनम
तेरी कानों की बाली नाचे
मेरे मन मै नाचे मोर
तेरी होठों से खिली
मुस्कान की फूलों को
देख फूल गया मेरा दिल
हाय यह प्यार को मैं कैसे
संभालू मेरे मुखड़े को
दूर रहने से भी महसूस करता हूं
तेरी महक मेरी नाक में
आती है मोगरे का खुशबू
हाय यह मोहब्बत मुझे
दीवाना बना कर ही छोड़ेगा
रचनाकार
जी आर कवियूर
27 03 2023
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