ग़ज़ल कहानी से
अपने गमों को
सीने में भारी
लबों पे उतरे
इश्क भरी शायरी से
दिल में छुपे राज़ को
बयां किया तन्हाई में
रात की गहराई में
धुंधली रोशनी से
ज़िन्दगी के क़़िस्से
सपनों के सवालों से
मिलते हैं जवाबों से
खुशियों की राहों से
उम्मीदों की राहों से
हर एक ग़ज़ल कहानी से
रचना
जी आर कवियूर
24 04 2024
No comments:
Post a Comment