प्यार प्यार प्यार.
बोल ना सका मेरे यारा.
बिना बताए हुए इश्क.
बहुत बार.जबान तक आए.
मगर कहना सके, भूल गए..
चौधवी कि चांद बनकर.
चौखट पे खड़ी तू.
मुखड़ा चांद सा लेकर.
चौक गए.और चाहत.के मारे.
फूल उठे.धड़कता दिल लिए.
मन में लेकर उठे मगर.बोलने को.
मैं तुम्हें कितना प्यार करता हूं.और.
हम भी करता हूं..
प्यार प्यार प्यार.
जी आर.कवियूर
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