Saturday, September 30, 2023

यह एक सपना बन जाता है

यह एक सपना बन जाता है


 मैं तुमसे कुछ नहीं कह सकता
 कभी नहीं भूलें
 भीतर का मीठा दर्द

 यादें मुझे खुद से अलग बनाती हैं
 हजारों  फूल खिले मन में
 एक चांद सा चेहरा निकला

 अपने पंख फैलाओ और तितली बन जाओ
 उड़कर करीब आने की चाहा था
 यह सिर्फ एक सपना बन कर रह जाता है

 जी आर कवियूर
 28 09 2023

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