याद जो करता हूं आज भी
तेरी मीठी मीठी बातों को
याद जो करता हूं आज भी
रात या दिन भूल गया हूं
मुद्दों ख्वाबों में तेरी याद
ख्वाबों में भी तेरी यादें
मेरे दिल को छू जाती हैं
जब भी साथ तेरा था मुझे
जीवन में बसा के लाती हैं
धड़कनों में भी तेरी धुन
बिना बोले ही कह जाती हैं
दर्द भरी ये रातें भी
तेरे बिना बिताई जाती हैं
खुशियों के साथ तेरे थे
बिना तेरे अब आँसू आते हैं
सोचता हूं तेरे बिना मैं
जीने का मतलब ही खो जाता हैं
रचना
जी आर कवियूर
10 03 2024
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