तेरे लिए (गजल)
यादों की शायरी.
सूखने से पहले.
शहद की मिठास.
कलम और कागज
पर उतर आए.
इस अंजुमन में.
तेरी शरारत भरी
आंखों की.याद आई.
दिल में हलचल मच गई.
जो बोलना चाहा वह.
वक्त में भुला गया क्यों.
दिल्लगी यह क्या चीज है.
आज खाली याद रह गए.
होती क्यों इस तरह
मेरे साथ क्यों.
आज फिर गा रहा हूं.
तेरे लिए सनम.
जी आर..कवियूर
02 11 2022
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