बस तुझसे है सवेरा।
कभी किसी से कहा ना पाया
तेरी यादों की बातें हरदम
इन दिलों में छुपी राज़ों की बातों में
बीते पलों का आज भी अहसास है।
रातें लम्बी, तन्हाई संग हैं
तेरे बिना जीना कैसा, ये पूछता है दिल।
कहानी अधूरी, मोहब्बत अधूरी
दिल की गहराइयों में बसा है वो राज़।
आँखों में छुपा दर्द, दिल की बातें बयां करती हैं
तेरी मुस्कान की मिठास में, ये लम्हे रुका है दिल।
सपनों की राहों में, तेरा ही सफर है
बीता कल, बस तुझसे है सवेरा।
रचना
जी आर कवियूर
26 11 2023
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