Wednesday, November 22, 2023

तेरे बिना

तेरे बिना 

यह रिश्ते नाते
तेरे बिना 
कैसे जिए 
तेरे बिना 

ज़िन्दगी के सफर में
मिलते हैं ये सबसे
कहीं से ये रिश्ते
या हैं ये सबसे

मुझे चाहे ना भी
मेरा दिल ये दे बैठा
तुझे चाहूँ कैसे
ये तू समझा

हर पल यहाँ जीवूं
जीवूं मैं कैसे
तेरे बिना
तेरे बिना

मेरी रातों का तू साहिल
हर ख्वाब में तेरी मुस्कान
दिल धड़के तेरी बातों में
तू है मेरी जिंदगी का एक हिस्सा

खोई राहों में मिलता नहीं
तेरी बिना ये जहाँ लगता नहीं
बीते पलों की यादें
तेरी आँखों में हैं बसी

हर दर्द ओ ग़म को छोड़ कर
तेरे साथ हैं मेरे रास्ते
तू मेरी धड़कन, तू मेरा साथी
तेरे बिना, ये जीवन लगता नहीं

यह रिश्ते नाते
तेरे बिना 
कैसे जिए 
तेरे बिना 

रचना 
जी आर कवियूर
 22 11  2023

No comments:

Post a Comment