Thursday, November 16, 2023

तू नहीं समझा मेरे प्यार का गम

तू नहीं समझा मेरे प्यार का गम

चाँदनी रातें, तेरी यादों में खो जाती हैं,
दिल की धड़कनें, तेरे नाम से गूंथी जाती हैं।

बैरिश की बूंदें, मेरे दिल की बातें कहती हैं,
तू दूर है, मगर तेरी यादें सदैव साथी हैं।

ख्वाबों में मिलता हूँ, तुझसे बातें करता हूँ,
प्यार का इज़हार, तेरे लिए दिल से करता हूँ।

दिल की बातें कहना मुश्किल है,
प्यार की कहानी, एक अधूरा ख्वाब है।

रातें लम्बी, सितारे चमकते हैं,
तेरी यादों में, दिल है बेहकता है।

बर्फीली हवा, सुनहरी सुबहों में,
तेरी मुस्कान का, मेरा दिल है दीवाना है।

रिश्तों की दास्ताँ, पलकों पर बैठी हैं,
तू नहीं समझा, मेरे प्यार का गम है।

रचना 
 जी आर कवियूर
 17 11  2023

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