Sunday, June 11, 2023

मन मंदिर की सूरत हो

मन मंदिर की सूरत हो

तू मेरी दिल की 
आईने मैं बसी सूरत हो
मन मंदिर की मूरत हो

तेरी बोली सुन
कोयल की कू के
तेरी चलने देख
मोर भी नाचे अनमोल

बादल में छुपे
चांद भी खिले
ब्रह्मा भी अनुरक्त हुवे
मेरी बात क्या बताएं
तुझे देख उत्तरी कल से
शायरी और गजल

तू मेरी दिल की 
आईने मैं बसी सूरत हो
मन मंदिर की मूरत हो

रचना 
जी आर कवियूर 
11 06 2023

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