Sunday, August 6, 2023

काश ऐसा जीने का अंदाज़

काश ऐसा जीने का अंदाज़
सपनों में ही होगा 
अगर तेरे सोच में
दिन रात का पता ना होता

नींद गई चैन गई
तन्हाइयों का दिन
आवारा बना कर छोड़ा
किस्मत को कहां ले आया

गली गली पता खोजा
मुखडे पाने के लिए
कलम में शाही खत्म
आंख में आंसू भर आई

रचना 
जी आर कवियूर 
 06 08 2023





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